महिलाओं की सुरक्षा के उपाय धरातल पर पर दिखें प्रभावी: बबीता चौहान
23/09/2024 9:19 AM Total Views: 135420
राज्य महिला आयोग अध्यक्ष ने महिला कल्याण योजनाओं का जाना हाल
महिला अपराध के प्रति संवेदनशीलता को जल्द ही चलाया जाएगा अभियान
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महिलाओं के हित में 15 दिन के अंदर प्रभावी कार्य योजना का प्रिजेंटेशन प्रस्तुत करने के दिए निर्देशयहाँ क्लिक करके हमारे व्हाट्सएप ग्रुप को ज्वाइन करें
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आगरा। राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष बबीता चौहान शनिवार को सर्किट हाउस में जाले महिला और किशोरियों के कल्याण के लिए चलाई जा रहीं योजनाओं की समीक्षा की। इस दौरान अध्यक्ष ने महिला सशक्तिकरण और उत्थान के लिए चलाए जा रहे कार्यो पर संतोष जताते हुए निर्देश दिए कि इन्हें और बेहतर तरीके से जमीन पर उतारने पर बल दिया। उन्होंने भिक्षा मांगने वाले बच्चों को शिक्षा से जोड़ने के अभियान की सराहना की। उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष डाॅक्टर बबीता चौहान महिलाओं और किशोरियों के उत्थान से सम्बन्धित विभिन्न विभागों द्वारा संचालित योजनाओं की समीक्षा की। उन्होंने योजनाओं की विगत 1 वर्ष की प्रगति तलब की। कहाकि पिछले वर्ष के लम्बित कार्य एक महत्वपूर्ण चुनौती हैं। उन्होंने सभी सम्बन्धित विभागों के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वह अपने-अपने विभाग से सम्बन्धित योजनाओं की एक वर्ष में कराये गये कार्यों की प्रगति का विवरण उपलब्ध कराएं। यही नहीं तीन माह में महिला और किशोरियों के सम्बन्ध में योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए कार्ययोजना उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें। बैठक में उन्होंने सभी सम्बन्धित अधिकारियों को यह भी निर्देश दिए कि आप अपने विभाग से सम्बन्धित योजनाओं को अधिक से अधिक आमजन में प्रचारित व प्रसारित कराते हुए समाज के सभी वगों को जानकारी उपलब्ध करायी जाए। महिलाओं व किशोरियों के साथ-साथ पुरुषों और युवाओं को भी महिला अपराधों के बारे में संवेदनशील और जागरूक किया जाए, जिससे महिलाओं के साथ हो रहे अपराधों को नियंत्रित करने में सहायता मिले। बैठक में पुलिस विभाग की ओर से एसीपी महिला अपराध, सुकन्या शर्मा ने बताया कि जनपद में लगभग एक लाख महिलाओं को विभिन्न सामाजिक संस्थाओं और स्कूलों, कॉलेजों में कैंप, सेमिनार के जरिए बालिकाओं, महिलाओं को गुड टच-बैड टच और महिला सुरक्षा के प्रति शसक्तिकरण के बारे में जागरूक किया गया। इसके अलावा एक स्पेशल पुलिस टीम का गठन किया गया है जो महिलाओं से सम्बन्धित अपराधों में घटना स्थल पर जाकर जांच करती है और उसके अनुसार प्रभावी कार्यवाही की जाती है। पुलिस विभाग द्वारा महिला सुरक्षा सेल की स्थापना की गई है और प्रत्येक थाने में महिला हेल्प डेस्क स्थापित है। महिलाओं को त्वरित सहायता के लिए ऑपरेशन पहचान विकसित किया गया है। सुरक्षित यात्रा के लिए एक एप विकसित करने का कार्य किया जा रहा है। एंटी रोमियों, स्कॉट, महिला बीट का संचालन किया भी किया जा रहा है जिससे महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित की जा रही है। बैठक में बताया गया कि ‘भिक्षा से शिक्षा अभियान’ चलाकर भीख मांगने वाले बच्चों की काउंसलिंग कराकर उन्हें सभ्य नागरिक बनाये जाने के लिए कार्य किया जा रहा है। महिला आयोग अध्यक्ष ने पुलिस विभाग के कार्ययो जना की सराहना की। साथ ही इन्हें प्रभावी रूप से धरातल पर उतारने पर बल दिया। बैठक में नगर निगम द्वारा बताया गया कि शहर के डार्क स्पॉट्स को खत्म करने के लिए लाइट लगाई गई हैं। महिलाओं के अनुकूल 10 पिंक टॉयलेट बनाए गए हैं। साथ ही 1000 से अधिक सीसीटीवी कैमरा विभिन्न सार्वजनिक स्थानों पर क्रियाशील हैं। बैठक में महिला कल्याण विभाग ने बताया गया कि मिशन शक्ति के तसत महिलाओं की सुरक्षा के लिए संबल उप योजना के अंतर्गत वन स्टॉप सेंटर संचालित हैं। बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, महिला हेल्पलाइन 181 का संचालन किया जा रहा है। विभिन्न प्रकार के गृहों का संचालन किया जा रहा है। बैठक में महिला आयोग अध्यक्ष द्वारा महिला और बाल विकास अधिकारी को निर्देश दिए कि विभाग द्वारा संचालित योजनाओं को आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों के माध्यम से प्रत्येक पात्र व्यक्ति तक पहुंचाया जाए। उन्होंने जिला पंचायत राज अधिकारी को निर्देश दिए कि प्रत्येक ब्लॉक में 10 गांवों को मॉडल के रूप में विकसित किया जाए, जिसमें ग्राम प्रधान द्वारा बीएचएनडी फण्ड का प्रयोग आंगनबाड़ी में महिलाओं के जांच से सम्बन्धित सामग्री के क्रय में किया जाए। बेसिक शिक्षा विभाग, समाज कल्याण विभाग, दिव्यांगजन शसक्तीकरण विभाग, स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा करते हुए निर्देश दिए गये कि अपने विभाग से सम्बन्धित योजनाओं का अधिक से अधिक प्रचार प्रसार कराया जाए। साथ ही सभी विभाग आपस में समन्वय कर जनपद स्तर पर कार्यक्रम का आयोजन सुनिश्चित करें, जिसमें विभाग की योजनाओं के साथ साथ लाभार्थियों को भी आमंत्रित कर अन्य सरकार द्वारा संचालित योजनाओं का लाभ दिलाना सुनिश्चित किया जाए तथा विशेष रूप से पुलिस विभाग, स्वास्थ्य विभाग, नगर निगम, जिला पंचायत राज विभाग, महिला कल्याण को आपस में मिलकर महिलाओं के हित में समन्वय योजना बनाने हेतु निर्देशित किया। 15 दिन के अंदर योजना का प्रिजेंटेशन प्रस्तुत करने के भी निर्देश दिए। बैठक में एसीपी महिला अपराध सुकन्या शर्मा, नगर मजिस्ट्रेट वेद सिंह चौहान, एडीपीआरओ संदीप वर्मा, संयुक्त नगर आयुक्त विकास सैन, सुप्रिटेंडेंट समाज कल्याण मनोज सिंह सहित सम्बन्धित विभागों के अधिकारीगण और सामाजिक संस्थाओं के प्रतिनिधिगण आदि उपस्थित रहे।